1 से 7 मार्च तक ऋषिकेश में योग महोत्सव, गंगा किनारे योग और आध्यात्म का आनंद लेना है तो पहुंचिए
ऋषिकेश: तीर्थनगरी ऋषिकेश में हर साल की भांति इस साल भी अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। 1 से 7 मार्च 2023 तक आयोजित होने वाले इस…
मुनस्यारी में विशेष मौन साधना करेंगे गायत्री साधक, शांतिकुंज ने बनवाया विशेष साधना स्थल
हरिद्वार । हरिद्वार से करीब पाँच सौ किमी दूर देवात्मा हिमालय की गोद में बसा मुनस्यारी में शांतिकुंज ने गायत्री साधना के लिए एक विशेष साधना स्थल बनाया है। इस…
इस बार भी चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण जरूरी, चार तरीके का है ऑप्शन, जानकारी के लिए क्लिक करें
देहरादून। उत्तराखंड के पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि इस बार 2023की चारधाम यात्रा की शुरुआत 22 अप्रैल से होगी। केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल…
25 अप्रैल को खुलेंगे श्री केदारनाथ धाम के कपाट
देहरादून 18 फरवरी : श्री केदारनाथ धाम के कपाट इस साल मंगलवार 25 अप्रैल को प्रात:6 बजकर 20 मिनट पर श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खुलेंगे। जबकि 20 अप्रैल को भैरवनाथ जी…
जरूरी सूचना: 9,10 नवंबर को श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेगा मां सुरकंडा देवी मंदिर रोपवे
टिहरी जिले के धनोल्टी में स्थित सिद्धपीठ मां सुरकंडा देवी मंदिर रोपवे दो दिन तक श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेगा। सुरक्षा की दृष्टि से 09 और 10 नवंबर को रोपवे…
जानिए सूर्य षष्ठी अथवा छठ पूजा को
✍🏿पार्थसारथि थपलियाल प्रकृति पूजा सनातन संस्कृति का एक अंग है। इस प्रकृति पूजा में सूर्य उपासना भी शामिल है। उगते सूर्य को अर्घ्य देना संध्या वंदन के साथ जुड़ी पूजा…
अपने शीतकाल प्रवास के लिए उत्सव डोली में विराजमान हो निकले बाबा, केदारधाम के कपाट हुए बन्द
ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ के कपाट वेद मंत्रों, स्थानीय वाध्य यंत्रों, आर्मी की बैण्ड की धुनों व सैकड़ों भक्तों के जयकारों के साथ विधि – विधान से शीतकालीन के लिए…
मौज लीजिए सरकार के नौकरों, लोकपर्व ईगास बग्वाल के दिन धामी ने दे दी जनता की सेवा से छुट्टी,
कोई भी पर्व त्योहार हो, छुट्टी हो जाए तो जिंदगी में सरकारी आदमी के लिए फुल्टोस आनंद हो जाता है। जिस “लोक”की सेवा की कसम खाकर सरकार बनती है और…
केदारनाथ यात्रा : 5 माह 10 दिनों दिनों में पहुंचे 15 लाख 2303 यात्री
इस वर्ष 6 मई को बाबा केदार के कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खुल गए थे। जिसके बाद भोले के दर्शनों को लगातार यात्रा रूटों पर भक्तों का तांता लगा…
पितृपक्ष : भारतीय संस्कृति में श्राद्ध
✍🏿पार्थसारथि थपलियाल पितरों के प्रति श्रद्धापूर्वक किया गया कार्य ही श्राद्ध है। मनुष्य चिंतनशील और विवेकवान प्राणी है। शास्त्रों और अनुभवों से उसनें ज्ञान अर्जित किया और उस ज्ञान को…