✍🏿अरुणा आर थपलियाल : अल्मोड़ा की एक खास मिठाई को दिल देखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मन किसी बच्चे(बाल या बालक) की भांति मचल उठता है। बाल मिठाई उनकी पहली पसंद बन गई है। उत्तराखंड में 21 और 22 अक्तूबर के दो दिनी दौरे से जब प्रधानमंत्री मोदी वापस लौटे तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें उनकी मनपसंद बाल मिठाई भेंट की।
मोदी ने बाल मिठाई की जमकर तारीफ की। पूर्व में मन की बात में भी वह इसका जिक्र कर चुके हैं। 21अक्तूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड पहुंचे थे और केदारनाथ के दर्शन के बाद रात्रि में बदरीनाथ में रुके रहे। 22अक्तूबर शनिवार को जब वह दिल्ली लौटने लगे तो देहरादून जौलीग्रांट एयरपाेर्ट पर उन्हें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अल्मोड़ा की बाल मिठाई भेंट की। इससे पहले भी मोदी को अल्मोड़ा की बाल मिठाई भेंट की जा चुकी है। सीएम ने ट्वीटर पर इस बात का जिक्र भी किया है।
अल्मोड़ा की बाल मिठाई पूरे देश में प्रसिद्ध हैं। देश भर के विभिन्न हिस्सों से अल्मोड़ा आने वाले लोग बाल मिठाई जरूर ले जाते हैं। वहीं विदेशोें में भी इसकी डिमांड बढ़ चुकी है। देश-विदेश से अल्मोड़ा आने वाले अधिकतर लोगों से उनके परिचित यहां की बाल मिठाई जरूर मंगवाते हैं।
बाल मिठाई की खासियत :शुद्ध पहाड़ी खोये की बाल मिठाई महीने भर तक खराब नहीं होती है। माना जाता है कि बाल मिठाई सबसे पहले जाेगालाल साह ने बनाई थी। 19वीं सदी में ग्रामीण क्षेत्रोंं में बने दानेदार खोए को मंद आंच में भूनकर उसे चाकलेट का रंग दिया जाता है। इसके बाहर सरीखी चीनी के दानों से सजी होती है। वर्तमान में मुख्यालय की लगभग सभी मिठाई की दुकानों में बाल मिठाई बनाई जाती है। वहीं रानीखेत, पिलखोली, लोधिया, भवाली, बागेश्वर, नैनीताल में भी अब बाल मिठाई बनाई जाने लगी है।
लक्ष्य सेन भेंट कर चुके है बाल मिठाई : यह पहली बार नहीं है कि जब प्रधानमंत्री मोदी तक अल्मोड़ा की बाल मिठाई पहुंची हो। इससे पूर्व मई माह में थामस कप में जीत के साथ इतिहास रचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले युवा शटलर लक्ष्य सेन ने भी मोदी को बाल मिठाई भेंट की थी। पीएम ने उस समय जीत के बाद खुद लक्ष्य से अल्मोड़ा की बाल मिठाई खिलाने की मांग की थी। जिसके बाद यहां खेल प्रेमियों और बैडमिंटन संघ आदि ने जमकर जश्न भी मनाया था। अल्मोड़ा से भेजी गई बाल मिठाई लक्ष्य ने अपने हाथों से पीएम को सौंपी थी।