उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए 14 फरवरी को मतदान हुआ है। इसका परिणाम 10 मार्च को आएगा। सरकार किसकी बनेगी इसको लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों के अपने अपने दावे हैं। दोनों ही दल खुद को 40 से अधिक सीटें दे रहे हैं। 70 विधानसभा सीटों वाले इस प्रदेश में सरकार बनाने के लिए आवश्यक 36 सीटों की जरूरत होगी।
मोदी नाम के सहारे भाजपा जहां अपनी जीत को लेकर सुनिश्चित हो रखी है, वहीं कांग्रेस की ओर से कम से कम 40 और अधिकतम 48 सीट जीतने का दावा किया जा रहा है। कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि का मानें तो उनके पास दो सर्वे हैं। एक सर्वे में कांग्रेस को 41 सीटें मिल रही है तो एक अन्य सर्वे में 48 सीट कांग्रेस जीत रही है।
राजीव महर्षि का कहना है कि लिख कर रख लो,10 मार्च को राज्य में सरकार कांग्रेस की ही बनेगी। वे इसके लिए तर्क देते हैं कि लोगों के अंदर मौजूदा सरकार के खिलाफ एक स्वाभाविक गुस्सा होता है वह पहला कारण है, दूसरा कारण भाजपा के 3 मुख्यमंत्री बने जो कि घोषणा करने के सिवा कुछ नहीं कर पाए। कर्मचारियों, पुलिस कर्मियों के मुद्दे इस सरकार में सुलझ नहीं पाए। महंगाई की मार आम जनता झेल रही है। इस्के अलावा भाजपा में राज्य के अंदर कोई सर्वमान्य लीडरशिप भी नही बची है जिस पर जनता भरोसा करे। भाजपा का वोटो के धुर्विकरण के लिए तमाम प्रपंच रचना भी उत्तराखंड की प्रबुद्ध जनता को पसंद नही आया।
राजीव महर्षि ने आम आदमी की उत्तराखंड में नकार दिया, लेकिन कहा कि कुछ सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार बाजी मार सकते हैं, और इनका समर्थन भी कांग्रेस को ही मिलेगा, इसमें कोई शक नहीं है।