श्रीनगर। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के ग्रामीण प्रौद्योगिकी विभाग में मशरूम स्पॉन लैब बनकर तैयार हो गयी है। लैब में डा. सन्तोष रावत, शोधार्थी नितेश रावत और पीजी छात्रों व हरित पहाड़ी संगठन पौड़ी के तकनीकी विशेषज्ञ अभिषेक रावत के संयुक्त प्रयासों से ऑयस्टर मशरूम और बटन मशरूम स्पॉन कल्चर तैयार किया गया है।
ग्रामीण प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा मशरूम स्पॉन के इस सेंटर से गढ़वाल क्षेत्र के मशरूम उद्यमी किसान लाभ उठा सकते हैं। यहाँ से मशरूम उधमी किसान भविष्य में मशरूम स्पॉन खरीद कर अपनी आजिविका बढा सकते हैं। ग्रामीण प्रौद्योगिकी के विभागाध्यक्ष प्रो राजेन्द्र सिंह नेगी ने बताया कि अब तक किसान मशरूम स्पॉन के लिए देहरादून व अन्य जगहों पर निर्भर रहकर महेगें दामों पर खरीदने को मजबूर थे लेकिन अब मशरूम उद्यमी स्पॉन कल्चर इस सेंटर से खरीदकर लाभान्वित हो सकते है तथा सतत रूप से अपनी आजिविका को बढ़ा कर आत्म निर्भर हो सकते हैं। आने वाले समय में यह मशरूम स्पान लैब क्षेत्रीय किसानो के आजाविका विकास लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास होगा। विश्वविद्यालय के ग्रामीण प्रौद्योगिकी विभाग का प्रयास सामुदायिक क्षेत्र में किसानो के विकास के लिए प्रसार की गतिविधियों को जोडंने के लिए मील का पत्थर साबित होगा।