श्रीनगर। एचएनबी गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में जल्दी फैकल्टी मेंबर्स, ऑफिसर्स और कर्मचारियों की बायोमेट्रिक हाजिरी लगेगी। विवि के प्रशासनिक भवन , बिड़ला एवं चौरास परिसर में पायलट प्रोजेक्ट के तहत बायोमीट्रिक मशीन लगाए जा रही हैं। फिलहाल विवि ने सात बायोमीट्रिक मशीन खरीदी हैं। इनको स्थापित करने के लिए जगह तय कर दी गई हैं। मशीन इंस्टाल होने के बाद फैकल्टी मेंबर्स और कर्मचारियों को ऑफिस आते जाते समय मशीन के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करानी पड़ेगी। इस व्यवस्था से वीवि की शैक्षिक और प्रशासनिक व्यवस्था में सुधार होगा।
यहां बता दें कि श्रीनगर में तमाम छोटे बड़े केन्द्रीय और राज्य सरकार के संस्थानों में लंबे समय से बायोमीट्रिक हाजिरी लगाई जा रही है। यहां तक कि प्राइवेट स्कूलों में भी बायोमेट्रिक मशीन लगी हैं। लेकिन केंदीय शिक्षण संस्थान और भारी भरकम अधिकारी और कर्मचारियों की फौज वाले गढ़वाल विश्वविद्यालय इस मामले में सबसे पिछड़ गया है। जबकि यहां फैकल्टी मेंबर्स और कर्मचारियों के समय पर ड्यूटी पर न आने व जाने की शिकायत मिलती रहती हैं।
विवि में लंबे समय से कागजों में बायोमीट्रिक मशीन लगाए जाने की कवायद चल रही थी। लेकिन इसके क्रियान्वयन में काफी समय लग गया। इसके लिए विवि प्रशासन द्वारा चार सदस्यीय कमेटी का गठन भी किया गया था। जिसकी सिफरिश पर इस कवायद को धरातल पर उतारने का कार्य चल रहा है।
विवि के सहायक अभियंता नरेश चंद्र खंडूरी ने बताया कि सात बायोमीट्रिक मशीन उपलब्ध हुई हैं। इनमें से दो मशीनें प्रशासनिक भवन, दो बिड़ला परिसर, दो चौरास परिसर व एक मशीन विवि के उच्च शिखरीय पादप कार्यिकी एवं शोध संस्थान(हैप्रक) में लगाई जाएगी।
विवि के डिप्टी रजिस्ट्रार डा. संजय ध्यानी के अनुसार, मशीन के इंस्टालेशन के कार्य के साथ ही कर्मचारियों का डाटा कलेक्शन का कार्य चल रहा है। प्रथम चरण में शिक्षकों व कर्मचारियों की बायोमीट्रिक हाजिरी शुरू होगी। इसके बाद छात्रों की बायोमैट्रिक उपस्थिति पर कार्य होगा।